जांच के घेरे में जल जीवन मिशन घोटाला, महेश जोशी की बड़ी मुश्किलें

ED के चंगुल में फंसे पूर्व मंत्री, महेश जोशी की गिरफ्तारी से गरमाई सियासत 

mahesh joshi-ashok ghelot

 

भजनलाल सरकार में पहली बार जल जीवन मिशन घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जल जीवन मिशन घोटाले में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री महेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान की राजनीति गरमा गई है। डॉ महेश जोशी लंबे समय से ED की रडार पर थे।  जेजेएम घोटाले में उनका नाम आने पर वे अपना बचाव करते रहे और सभी तरह के आरोपों को झूठा करार देते रहे। जेजेएम घोटाला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय में ही उजागर हो गया था। तब भाजपा विपक्ष में थी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने इस घोटाले को लेकर खूब आंदोलन किया। महेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर कटाक्ष करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से महेश जोशी और अशोक गहलोत के रिश्तों पर भी सवाल खड़े किए हैं।

JJM घोटाले में अब बढ़ेगी महेश जोशी की मुश्किलें
जल जीवन मिशन से जुड़े 980 करोड़ रुपए की अनियमतता के मामले में जोशी को गिरफ्तार किया गया है। अगस्त 2021 में एसीबी ने सबसे पहले जेजेएम घोटाले की पहली परत खोली थी। जेजेएम घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी और अन्य 22 लोगों के खिलाफ एसीबी ने एफआइआर दर्ज की थी। गणपति ट्यूबवेल और श्री श्याम ट्यूबवेल नाम की कंपनियों ने फर्जी अनुभव प्रमाणपत्रों के माध्यम से करोड़ों के ठेके दिए गए थे।‌महेश जोशी के करीबी संजय बड़ाया को ईडी ने गिरफ्तार किया, जिसे जमानत पर रिहा किया जा चुका है। जोशी के वित्तीय सलाहकार सुशील शर्मा पर भी मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है। ईडी इससे पहले ठेकेदार पदमचंद जैन, पीयूष जैन, महेश मित्तल और संजय बड़ाया को गिरफ्तार कर चुकी है। इन सभी को कोर्ट से जमानत पर रिहा किया जा चुका है। महेश जोशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए डॉ. मीणा अशोक नगर थाने के बाहर धरने पर बैठे रहे। उन्होंने घोटाले से जुड़े तमाम सबूत एकत्रित करके ईडी को सौंप दिए थे। ईडी में इस घोटाले को लेकर एफआईआर भी दर्ज हुई। दिसंबर 2023 में प्रदेश में सरकार बदलने के बाद भी डॉ. मीणा ने इस मुद्दे को खूब उठाया और कार्रवाई की मांग करते रहे थे। अगस्त 2023 में एसीबी को पता चला कि कुछ ठेकेदार, दलाल और अफसर लाखों रुपए का लेन-देन कर रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कार्रवाई को बताया राजनीतिक प्रतिशोध
महेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा भाजपा का एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट बन चुके ED द्वारा पूर्व मंत्री महेश जोशी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का उदाहरण है।  यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई है जब उनकी पत्नी करीब 15 दिन से जयपुर के एक अस्पताल में बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं। उनकी इच्छा थी कि इस मुश्किल परिस्थिति से निकलने के बाद ED को बयान दें। यह उन्हें भावनात्मक रूप से तोड़ने का प्रयास है जिससे उनसे मनमुताबिक बयान लिए जा सकें। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ महेश जोशी की ED के द्वारा गिरफ्तारी भाजपा के प्रतिशोधी राजनीति की एक और शर्मनाक मिसाल है। यह गिरफ्तारी किसी जांच के लिए नहीं, बल्कि डॉ महेश जोशी पर भावनात्मक दबाव बनाकर बयान लेने की कोशिश है। क्योकि उनकी धर्मपत्नी अस्पताल में जीवन और मौत से लड़ाई लड़ रही हैं, ऐसे समय पर ED की कार्रवाई केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीयता के खिलाफ भी है। देश में ED अब कानून की नहीं, भाजपा की रणनीति का हिस्सा है, ED केवल विपक्ष को डराने का औजार बन चुकी है।